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Tuesday 12 April 2016

आलू, अंडे और कॉफ़ी

आलू, अंडे और कॉफ़ी

एक बार एक दुखी लड़की अपने पिता के पास आई और कहा, "मैं अपने जीवन से बहुत परेशान हूँ. मेरे जीवन में एक समस्या सुलझती नहीं है कि दूसरी समस्या आ जाती है. क्या करूं मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा पापा?"

उसके पापा जो कि एक शेफ थे, उसे रसोई में ले गए. उन्होंने तीन बर्तनों में पानी डाला और गैस पर रख दिया. थोड़ी देर बाद जब तीनों बर्तनों में पानी उबलने लगा तो उन्होंने एक में आलू, दूसरे में अंडे और तीसरे में कॉफ़ी बीन्स डाल दिए और उन्हें उबलने दिया. इस बीच उन्होंने लड़की से कुछ नहीं कहा. लड़की सोच-सोच कर परेशान थी कि उसके पापा कर क्या रहे हैं?

कुछ देर बाद उन्होंने गैस बंद कर दी और तीनों बर्तनों को नीचे उतार लिया. पहले बर्तन से आलू निकाल कर एक प्लेट में रखे, दुसरे बर्तन से अंडे निकल कर दूसरी प्लेट में रखे और तीसरे बर्तन से कॉफ़ी को एक कप में डाला. इसके बाद उन्होंने बड़े शांत भाव से लड़की की तरफ देखा और पुछा,"बेटी! तुमने क्या देखा? "

"आलू, अंडे और कॉफी" लड़की ने उत्तर दिया.उन्होंने कहा, "ज़रा करीब से देखो और आलू को छूओ." लड़की ने वैसा ही किया और कहा कि वे नरम थे. इसके बाद उन्होंने उसे एक अंडा लेकर उसे तोड़ने के लिए कहा. खोल से लिकालने के बाद उबला अंडा सख्त था. अंत में, उन्होंने कॉफ़ी का कप उसे देते हुए कहा, "पियो." एक घूंट कॉफी की महक से उसके चेहरे पर एक मुस्कान आ गई.

"पापा इसका क्या मतलब है? " उसने पुछा.पापा ने कहा, "आलू, अंडे और कॉफी बीन्स, प्रत्येक ने, एक ही विपरीत परिस्थिति, यानि उबलते पानी का सामना किया, परन्तु तीनों वस्तुओं की एक अलग प्रतिक्रिया हुई. आलू मजबूत और कठोर था लेकिन उबलते पानी में यह नरम और कमजोर हो गया. अंडा जो कि एक नाज़ुक खोल में liquid को अपने अन्दर समेटे था, उबलते पानी में जा कर कठोर हो गया. पर सबसे अलग कॉफ़ी बीन्स थे जो उबलते पानी में घुल-मिल गए और एक नया रूप ले लिया.इतना कह कर उन्होंने लड़की से पुछा, "कौन सी वस्तु बनोगी आप? विपरीत परिस्थितियों में आपकी प्रतिक्रिया कैसी होगी? आलू, अंडा या कॉफी बीन्स?"

लड़की अब सब कुछ समझ गई थी.

दोस्तों! हम में से प्रत्येक के जीवन में अनुकूल या प्रतिकूल परिस्थितियां आती हैं, लेकिन वास्तव में जो चीज मायने रखती है, वह यह है कि हम उनसे कैसे निपटते हैं, हमारे भीतर क्या होता है? विपरीत परिस्थिति हमें कमज़ोर बनाती हैं, या मज़बूत या फिर कॉफ़ी बीन्स की तरह कुछ और?

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